करें मंत्र जाप, रिश्ता जमे अपने आप
परिवार के खुशहाली के लिए लोग पूजा-पाठ करते हैं और कभी ग्रह-नक्षत्र संबंधी दोषों को भी दूर करने का प्रयास करते हैं| परिवार की खुशियाँ काफी हद तक दाम्पत्य जीवन से जुड़ी होती हैं| इसलिए जब इसमें परेशानी उत्पन्न होने लगती है, तब प्रोफेशनल और पर्सनल दोनों लाइफ पर इसका प्रभाव पड़ता है| इसलिए जब भी पति-पत्नी के बीच संबंधों में दरार आने लगे, तो तुरंत इसका उपाय करना चाहिए| मसलन अगर दाम्पत्य जीवन में कलह बढ़ गया हो, तो पति और पत्नी को त्रयशरी महामृत्युंजय मंत्र का जप करना चाहिए|
यह मंत्र है:
यह मंत्र है:
ॐ हौं जूं सः या ॐ जूं सः और ॐ नमः शिवाय|
अगर इस मंत्र का जप भगवान शिव मंदिर में किया जाए, तो शीघ्र लाभ होता है| विशेषकर पति के द्वारा लगातार २१ दिनों तक प्रतिदन १०८ बार इस मंत्र का जप करना श्रेयस्कर माना जाता है| ज्योतिषशास्त्र के अनुसार यह मंत्र शुक्ल पक्ष में ज्यादा असरदार होता है| इसी तरह परिवार में शांति एवं प्रेम संबंधों में वृद्धि करने के लिए यदि पत्नी इस मंत्र ॐ महायक्षिणी मम पति वशमानय कुरु कुरु स्वाहा का हर दिन रात्रि काल में जप करें, तो रिश्तों की कड़वाहट दूर हो जाएगी| इस मंत्र का जप पूर्व दिशा में करना लाभप्रद होता है| अगर २१ या ३१ दिनों तक इस मंत्र का जप किया जाए, तो दाम्पत्य जीवन सकारात्मक हो सकता है| आमतौर पर ऐसे मंत्रों का जप करना शुक्ल पक्ष में ज्यादा प्रभावशाली माना जाता है| साथ ही माना जाता है कि इस तरह के मंत्रों के असर से दाम्पत्य जीवन में गलतियों के दुहराव की आशंका समाप्त हो जाती है|
इसके अतिरिक्त भी कई मंत्रो का प्रयोग आपके रिश्तो की कड़वाहट को दूर करने के लिए आप प्रयोग कर सकते है | किसी भी मंत्र का प्रयोग अपनी कुंडली की विवेचना कराने के बाद करे तो ज्यादा अच्छा होगा | अपनी कुंडली की विवेचना विश्व प्रसिद्ध ज्योतिषी पंडित सुनील त्रिपाठी जी से कराने के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते है | संपर्क करने के लिए यहाँ क्लिक करे |
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